Wednesday, April 24, 2013

Over a cup of coffee

over a cup of coffee

कब से ढूंढ रहा हूँ मौका

माँगनी इक माफ़ी है 
पर ये शायद होना possible
over a cup of coffee है 

phone पे तुम जवाब न देती 

ये कैसी न इंसाफी है 
मिल के बात होना possible 
over a cup of coffee है 

तुझे खिलानी मैंने

अपने प्यार भरी इक toffee है 
वो भी लेकिन possible 
over a cup of coffee है 

इक बार ही मिल लो 

इक पल को वो मेरे लिए बस काफी है 
बाकी जो होगा होना वो 

over a cup of coffee है 



-Jitesh मेहता 




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