Monday, November 14, 2016

500-1000 kee Gullak

जिनके पास हैं
जमा करोड़ों उनका पता नहीं
हमने कुछ हज़ार की ख़ातिर
गुल्लक तोड़ दी

निकले बहुत सिक्के
नोट कुछ सौ कुछ दस के
हज़ार-पांच सौ की चाह में
बंद मटकी फ़ोड़ दी

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