On Occassion of Kargil Vijay Diwas
कारगिल विजय दिवस
सारी पलटने सीना
तान के
जीतना है बस
यही मान के
तान के
जीतना है बस
यही मान के
वीर अपना सर उठा
लेके शेर-दिल चले
लेके शेर-दिल चले
ऐसे कारगिल चले
पाँच सौ सत्ताईस वीरों ने
अपने को कुर्बान किया
देश है पूरा ऋणी इन सबका
मिलकर ऐसा काम किया
अपने को कुर्बान किया
देश है पूरा ऋणी इन सबका
मिलकर ऐसा काम किया
हुए हज़ारों घायल
फिर भी दुश्मन दूर खदेड़ दिया
जो आए थे क़ब्ज़ा करने
उनको मार उधेड़ दिया
फिर भी दुश्मन दूर खदेड़ दिया
जो आए थे क़ब्ज़ा करने
उनको मार उधेड़ दिया
देश राग में एक साथ में
सारे सैनिक मिल चले
सारे सैनिक मिल चले
ऐसे कारगिल चले
इन वीरों की गाथा
हमको हर वर्ष दोहरानी है
याद है रखना हर शहादत
बेफ़िज़ूल न जानी है
हमको हर वर्ष दोहरानी है
याद है रखना हर शहादत
बेफ़िज़ूल न जानी है
नौजवानों ने हम सबकी
और देश की साख रखी
हुए शाहिद सरहद पर मिलकर
अपने जिस्म की राख रखी
और देश की साख रखी
हुए शाहिद सरहद पर मिलकर
अपने जिस्म की राख रखी
उनके हर चिंघाड़ पे
दुश्मन के पर्वत हिल चले
दुश्मन के पर्वत हिल चले
ऐसे कारगिल चले
Kargil कारगिल के युद्ध में सम्मिलित वीरों और शहीदों को समर्पित -
एक छोटी सी श्रद्धांजलि -Jitesh Mehta
एक छोटी सी श्रद्धांजलि -Jitesh Mehta
Shahido ki mazar par lagenge yahan har baras mele
ReplyDeleteVatan pe mitane valo ka baki ye nishaan hoga.
Good man